BJP नेता के बेटे का निकाह लाहौर से हुआ, मौलाना इस लिये ऑनलाइन निकाह पढ़वाया ​​​​​​​

जौनपुर में दूल्हे के रिश्तेदार बाराती बनकर आए तो वहीं वहां लाहौर में दुल्हन के रिश्तेदार भी दुल्हन के घर पहुंचे. वीडियो कॉल पर दोनों को बुलाया गया और मौलवी ने वीडियो कॉल पर ही निकाह करवा दिया. अब दूल्हे राजा को दुल्हन के भारत आने का इंतजार है. जब दुल्हन को वीजा मिल जाएगा तो वह जौनपुर आकर अपने पति और ससुराल वालों के साथ रहने के लिए आ जाएगी.
 
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Photo Credit: facbook

Jagruk Youth News, 20 october 2024 , जौनपुर। यूपी के जौनपुर में भाजपा नेता ने अपने बेटे का निकाह पाकिस्तान के लाहौर शहर में रहने वाली युवती से तय किया. निकाह ऑनलाइन हुआ इस दौरान सारा मामला सोशल मीडिया पर वायरल होता रहा.


दोनों का निकाह ऑनलाइन ही मौलाना ने पढ़वा लिया और निकाह पूरा करवा दिया. यहां जौनपुर में दूल्हे के रिश्तेदार बाराती बनकर आए तो वहीं वहां लाहौर में दुल्हन के रिश्तेदार भी दुल्हन के घर पहुंचे. वीडियो कॉल पर दोनों को बुलाया गया और मौलवी ने वीडियो कॉल पर ही निकाह करवा दिया. अब दूल्हे राजा को दुल्हन के भारत आने का इंतजार है. जब दुल्हन को वीजा मिल जाएगा तो वह जौनपुर आकर अपने पति और ससुराल वालों के साथ रहने के लिए आ जाएगी.

BJP  नेता के बेटे का निकाह लाहौर से हुआ


जौनपुर के मखदूमशाह अढहन निवासी व भाजपा सभासद तहसीन शाहिद ने एक साल पहले अपने बड़े बेटे मोहम्मद  अब्बास हैदर का निकाह लाहौर (पाकिस्तान) में रहने वाले अपने एक रिश्तेदार की बेटी अंदलीप ज़हरा से तय कर दी थी. निकाह के लिए वीजा अप्लाई भी किया था. मगर वीजा जारी नहीं हो सका. इस दौरान पाकिस्तान में लड़की की  मां राना यास्मीन ज़ैदी की भी सेहत खराब हो गई और उन्हें आईसीयू में भर्ती करवा दिया गया. 


ऐसी हालत में भाजपा नेता तहसीन शाहिद ने लाहौर फोन किया और वीडियो कॉल पर ही निकाह का फैसला लिया. उस तरफ से भी ऑनलाइन निकाह की हामी भर दी गई. आखिरकार शुक्रवार की रात जौनपुर के इमामबाड़ा कल्लू मरहूम में तहसीन शाहिद अपने साथ सैकड़ो बारातियों को लेकर पहुंचे और टीवी स्क्रीन पर सभी के सामने ऑनलाइन अपने बेटे और लाहौर में बैठी दूल्हन का निकाह करवा दिया. 

निकाह होने के बाद दूल्हे मोहम्मद अब्बास हैदर ने भारत सरकार से अपील की है कि वह दुल्हन को वीजा जारी कर दे, जिससे लड़की विदा होकर भारत आ सके और जौनपुर में अपने ससुराल आ जाए. 

मौलाना ने ये कहा इस निकाह को शिया धर्म गुरु मौलाना महफूज़ू ल हसन खान ने पढ़वाया. मौलाना ने कहा की दोनों मुल्कों  के राजनीतिक संबंध ख़राब होने से काफी परेशानी आई. मगर ऑनलाइन निकाह पढ़वा दिया गया.

Edited By  Bhoodev Bhagalia

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