Gold Price Today 15 july 2025 : आज  महंगी हुई चांदी, सोना भी उछला, खरीदने से पहले जानें ताजा रेट

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Gold Price Today 15 july 2025 : 15 जुलाई 2025 को भारतीय सर्राफा बाजार में सोने और चांदी की कीमतों में जबरदस्त उछाल देखने को मिला। इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) के अनुसार, चांदी की कीमतों ने आज ऐतिहासिक स्तर को छू लिया, जिसमें एक ही दिन में 5,000 रुपये प्रति किलो की तेजी दर्ज की गई। वहीं, सोने की कीमतों में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई, जिसने निवेशकों और खरीदारों का ध्यान अपनी ओर खींचा। यह तेजी न केवल भारत में बल्कि वैश्विक बाजारों में भी देखी जा रही है, जहां आर्थिक अनिश्चितताओं और मुद्रास्फीति ने कीमती धातुओं की मांग को बढ़ाया है।

आज सावन का पहला सोमवार होने के कारण, आभूषणों की खरीदारी में भी बढ़ोतरी देखी गई। भारतीय संस्कृति में सोना और चांदी न केवल निवेश का साधन हैं, बल्कि ये सामाजिक और सांस्कृतिक महत्व भी रखते हैं। इस लेख में हम आज की ताजा कीमतों, तेजी के कारणों, और निवेशकों के लिए सही रणनीतियों पर विस्तार से चर्चा करेंगे।

आज के ताजा रेट

इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) और अन्य विश्वसनीय स्रोतों के अनुसार, 14 जुलाई 2025 को भारत में सोने और चांदी की कीमतें निम्नलिखित हैं:

  • 24 कैरेट सोना: ₹98,097 प्रति 10 ग्राम

  • 22 कैरेट सोना: ₹93,900 प्रति 10 ग्राम

  • 18 कैरेट सोना: ₹73,573 प्रति 10 ग्राम

  • 14 कैरेट सोना: ₹57,387 प्रति 10 ग्राम

  • चांदी: ₹1,13,773 प्रति किलोग्राम

वहीं, मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर चांदी की कीमतें ₹1,15,000 प्रति किलोग्राम के पार पहुंच गई हैं, जो एक रिकॉर्ड स्तर है। सोने की कीमतों में भी पिछले कुछ दिनों की तुलना में वृद्धि देखी गई है। उदाहरण के लिए, 13 जुलाई को 24 कैरेट सोना ₹9,971 प्रति ग्राम था, जो अब बढ़कर ₹9,809.7 प्रति ग्राम हो गया है। चांदी की कीमतों में यह तेजी विशेष रूप से ध्यान देने योग्य है, क्योंकि यह औद्योगिक और निवेश मांग में वृद्धि को दर्शाती है।

कीमतों में तेजी के कारण

सोने और चांदी की कीमतों में इस उछाल के पीछे कई वैश्विक और घरेलू कारक जिम्मेदार हैं:

  1. वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता: वैश्विक स्तर पर आर्थिक अनिश्चितताएं, जैसे कि अमेरिका में ट्रम्प प्रशासन की व्यापार नीतियां और टैरिफ की समय सीमा का विस्तार, ने कीमती धातुओं को सुरक्षित निवेश के रूप में और आकर्षक बना दिया है।

  2. मुद्रास्फीति का दबाव: 2025 में मुद्रास्फीति की दर में वृद्धि ने निवेशकों को सोने और चांदी जैसे परिसंपत्तियों की ओर आकर्षित किया है, जो मुद्रास्फीति के खिलाफ एक हेज के रूप में काम करते हैं।

  3. चांदी की औद्योगिक मांग: चांदी की कीमतों में तेजी का एक प्रमुख कारण इसकी औद्योगिक मांग में वृद्धि है। सौर ऊर्जा, इलेक्ट्रॉनिक्स, और अन्य उद्योगों में चांदी का उपयोग बढ़ रहा है, जिसने इसकी कीमतों को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है।

  4. भारतीय बाजार में मौसमी मांग: सावन का महीना और आगामी त्योहारी सीजन (जैसे कि रक्षाबंधन और दीवाली) के कारण भारत में सोने और चांदी की मांग में वृद्धि हुई है। यह मौसमी मांग कीमतों को और समर्थन दे रही है।

  5. अमेरिकी डॉलर और ब्याज दरें: अमेरिकी डॉलर की मजबूती और फेडरल रिजर्व की ब्याज दर नीतियों में अनिश्चितता ने भी सोने की कीमतों को प्रभावित किया है। हालांकि, हाल के सप्ताहों में डॉलर इंडेक्स में स्थिरता ने सोने को कुछ समर्थन प्रदान किया।

निवेशकों के लिए क्या है सही रणनीति?

सोने और चांदी की कीमतों में इस तेजी ने निवेशकों के सामने कई सवाल खड़े किए हैं। क्या यह खरीदारी का सही समय है, या कीमतों में और गिरावट का इंतजार करना चाहिए? यहाँ कुछ रणनीतियाँ दी गई हैं:

  • लंबी अवधि का निवेश: विशेषज्ञों का मानना है कि सोना और चांदी लंबी अवधि के लिए एक सुरक्षित निवेश विकल्प हैं। यदि आप 5-7 साल की अवधि के लिए निवेश करना चाहते हैं, तो वर्तमान कीमतों पर खरीदारी एक अच्छा निर्णय हो सकता है।

  • ‘बाय ऑन डिप’ रणनीति: कुछ विश्लेषकों का सुझाव है कि कीमतों में छोटी-मोटी गिरावट का इंतजार करके खरीदारी की जाए। उदाहरण के लिए, सोने के लिए समर्थन स्तर ₹98,850-98,440 और चांदी के लिए ₹1,06,000-1,05,000 पर हैं।

  • चांदी में निवेश का अवसर: सोने-चांदी अनुपात (Gold-Silver Ratio) के 100 को पार करने के साथ, चांदी में निवेश आकर्षक हो सकता है। ऐतिहासिक रूप से, इस स्तर पर चांदी की कीमतों में तेजी देखी गई है।

  • गोल्ड और सिल्वर ईटीएफ: यदि आप भौतिक सोने या चांदी की खरीदारी से बचना चाहते हैं, तो गोल्ड और सिल्वर एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड्स (ETFs) एक अच्छा विकल्प हो सकते हैं। ये आसानी से ट्रेड किए जा सकते हैं और भंडारण की चिंता नहीं रहती।

सोने और चांदी की खरीदारी से पहले ध्यान देने योग्य बातें

सोने और चांदी में निवेश या खरीदारी करने से पहले निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें:

  1. शुद्धता की जांच: सुनिश्चित करें कि आप 24 कैरेट, 22 कैरेट, या 18 कैरेट सोने की शुद्धता को समझते हैं। 24 कैरेट सोना 99.9% शुद्ध होता है, जबकि 22 कैरेट में अन्य धातुओं का मिश्रण होता है, जो इसे आभूषणों के लिए उपयुक्त बनाता है।

  2. हॉलमार्क प्रमाणन: हमेशा हॉलमार्क प्रमाणित सोना और चांदी खरीदें, जो शुद्धता की गारंटी देता है।

  3. बाजार के रुझान: वैश्विक और घरेलू बाजार के रुझानों पर नजर रखें। उदाहरण के लिए, अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ब्याज दर नीतियां और भू-राजनीतिक घटनाएं कीमतों को प्रभावित कर सकती हैं।

  4. वित्तीय सलाहकार से परामर्श: यदि आप निवेश के लिए सोना या चांदी खरीद रहे हैं, तो किसी वित्तीय सलाहकार से परामर्श करें ताकि आपकी वित्तीय योजनाओं के अनुरूप निर्णय लिया जा सके।

  5. लोन के विकल्प: यदि आप सोने के खिलाफ लोन लेने की योजना बना रहे हैं, तो कीमतों में वृद्धि का लाभ उठाकर उच्च लोन-टू-वैल्यू (LTV) अनुपात प्राप्त कर सकते हैं।

14 जुलाई 2025 को सोने और चांदी की कीमतों में उछाल ने निवेशकों और खरीदारों के लिए नए अवसर खोले हैं। चांदी की कीमतों में 5,000 रुपये की एकदिवसीय वृद्धि और सोने की कीमतों में स्थिर वृद्धि ने बाजार में उत्साह पैदा किया है। हालांकि, निवेश या खरीदारी से पहले बाजार के रुझानों, शुद्धता, और अपनी वित्तीय रणनीति पर विचार करना महत्वपूर्ण है। सही समय पर सही निर्णय आपको इस तेजी के बाजार में लाभ दिला सकता है।