IMD update : UP के इन जिलों में तूफान और बारिश कल हो सकता है कहर, जानें सबकुछ

यूपी के 13 जिलों में आंधी-तूफान और बारिश का अलर्ट! आईएमडी का ताजा अपडेट बता रहा है अगले 24-48 घंटों में मौसम का कहर। जानें किन जिलों में होगी बारिश और कैसे करें तैयारी।  

 
Haryana weather alert

Photo Credit: facbook

उत्तर प्रदेश के 13 जिलों में मौसम विभाग ने आंधी-तूफान और बारिश का अलर्ट जारी किया है। मेरठ, सहारनपुर, बरेली जैसे इलाकों में अगले 24-48 घंटों में तेज हवाओं के साथ मेघ गर्जन और वज्रपात की संभावना है। यह मौसमी बदलाव पश्चिमी विक्षोभ और पुरवइया हवाओं का नतीजा है, जो जनजीवन और खेती पर असर डालेगा। लोगों से सावधानी बरतने की अपील की गई है।

IMD update : उत्तर प्रदेश में मौसम एक बार फिर करवट लेने को तैयार है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने हाल ही में जारी अपने ताजा अपडेट में बताया है कि यूपी के 13 जिलों में आंधी-तूफान के साथ भारी बारिश की संभावना है। ठंड और कोहरे की मार झेल रहे लोगों के लिए यह खबर राहत के साथ-साथ सावधानी का संदेश भी लेकर आई है। फरवरी 2025 का यह महीना अपने साथ मौसमी बदलाव ला रहा है, जिसका असर न सिर्फ जनजीवन पर पड़ेगा, बल्कि खेती-बाड़ी और रोजमर्रा की गतिविधियों पर भी दिखाई देगा। आइए, इस मौसम अपडेट को विस्तार से समझते हैं और जानते हैं कि यह आपके लिए क्या मायने रखता है।

 

किन जिलों पर रहेगी नजर?

 

आईएमडी के अनुसार, अगले 24 से 48 घंटों में यूपी के 13 जिलों में तेज हवाओं के साथ बारिश और आंधी-तूफान का अनुमान है। इन जिलों में मेरठ, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, बहराइच, श्रावस्ती, गोंडा और बलरामपुर शामिल हैं। इन इलाकों में न सिर्फ बारिश होगी, बल्कि कुछ जगहों पर मेघ गर्जन और आकाशीय बिजली (वज्रपात) की भी आशंका जताई गई है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि यह बदलाव पश्चिमी विक्षोभ और पुरवइया हवाओं के मिलन का नतीजा है, जो बंगाल की खाड़ी से नमी लेकर आ रहा है।

 

पिछले कुछ दिनों से यूपी में ठंड और घने कोहरे ने लोगों को परेशान किया हुआ है। लेकिन अब बारिश का यह नया दौर मौसम को और जटिल बना सकता है। खासकर तराई क्षेत्रों में, जहां विजिबिलिटी पहले से ही कम है, वहां आंधी-तूफान के साथ बारिश हालात को और चुनौतीपूर्ण बना सकती है।

 

IMD update क्यों हो रहा है मौसम में यह बदलाव?

मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, फरवरी के आखिरी हफ्ते में पश्चिमी विक्षोभ का असर उत्तर भारत में बढ़ रहा है। यह एक ऐसी मौसमी प्रणाली है, जो हिमालयी क्षेत्रों से ठंडी हवाएं और नमी लाती है। जब यह बंगाल की खाड़ी से आने वाली नम हवाओं से मिलती है, तो बारिश और तूफान की स्थिति बनती है। यूपी के मौसम पर इसका सीधा असर देखने को मिल रहा है। साथ ही, पिछले कुछ दिनों से चल रही पछुआ हवाएं अब धीमी पड़ गई हैं, जिससे पुरवइया हवाओं को मजबूती मिली है। नतीजा? आंधी, तूफान और बारिश का यह तांडव।

IMD update : जनजीवन पर क्या होगा असर?

इन 13 जिलों में रहने वाले लोगों के लिए यह मौसम अपडेट कई मायनों में अहम है। सबसे पहले, सड़कों पर जलभराव और विजिबिलिटी कम होने से यात्रा करना मुश्किल हो सकता है। अगर आप इन इलाकों में रहते हैं या वहां से गुजरने की योजना बना रहे हैं, तो सावधानी बरतना जरूरी है। तेज हवाएं बिजली के तारों और पेड़ों को नुकसान पहुंचा सकती हैं, जिससे बिजली आपूर्ति प्रभावित हो सकती है।

किसानों के लिए यह बारिश दोहरी मार हो सकती है। जहां एक तरफ यह रबी की फसलों को नमी दे सकती है, वहीं तेज तूफान और वज्रपात फसलों को नुकसान भी पहुंचा सकते हैं। गेहूं, सरसों और चने की खेती करने वाले किसानों को अपने खेतों की निगरानी बढ़ानी होगी। विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि खेतों में पानी निकासी की व्यवस्था पहले से कर लें, ताकि जलभराव से बचा जा सके।

IMD update : पहले भी देखा गया है ऐसा मौसम

यूपी में मौसम का यह मिजाज नया नहीं है। जनवरी 2025 में भी पश्चिमी यूपी के कई जिलों में आंधी-तूफान के साथ बारिश हुई थी, जिसने लोगों को चौंका दिया था। उस दौरान मेरठ और सहारनपुर जैसे इलाकों में तेज हवाओं ने कई पेड़ उखाड़ दिए थे। वहीं, पिछले साल मॉनसून के दौरान भी वज्रपात की घटनाओं ने राज्य में कई लोगों की जान ली थी। इन सबके बीच, आईएमडी का यह ताजा अपडेट समय पर आया है, जिससे लोग पहले से तैयारी कर सकें।

IMD update : सावधानी ही है बचाव का रास्ता

आईएमडी ने लोगों से अपील की है कि वे इस मौसम के दौरान सतर्क रहें। कुछ आसान टिप्स जो आपके काम आ सकते हैं:

  • घर से बाहर न निकलें: अगर जरूरी न हो, तो बारिश और तूफान के दौरान बाहर जाने से बचें।

  • खुले मैदान से दूर रहें: वज्रपात की आशंका को देखते हुए पेड़ों या खुले इलाकों में शरण न लें।

  • बिजली के उपकरणों का इस्तेमाल कम करें: तूफान के दौरान बिजली का खतरा बढ़ जाता है, इसलिए सावधानी बरतें।

  • यात्रा की योजना बदलें: अगर आप इन 13 जिलों में सफर करने वाले हैं, तो मौसम साफ होने का इंतजार करें।


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IMD update : विशेषज्ञों की राय: क्या कहते हैं मौसम वैज्ञानिक?

लखनऊ के मौसम विज्ञान केंद्र के विशेषज्ञ अतुल कुमार सिंह ने बताया, “यह मौसम बदलाव अस्थायी है, लेकिन इसका असर अगले दो दिनों तक रहेगा। इन 13 जिलों में 40-60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं, और कुछ जगहों पर भारी बारिश भी हो सकती है।” उन्होंने यह भी कहा कि फरवरी के बाद मार्च में मौसम धीरे-धीरे गर्म होने लगेगा, लेकिन अभी ठंड और बारिश का यह दौर जारी रहेगा।

IMD update : सोशल मीडिया पर चर्चा

सोशल मीडिया पर भी इस मौसम अपडेट को लेकर लोग अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। एक यूजर ने लिखा, “बरेली में पहले से ही कोहरा परेशान कर रहा था, अब बारिश और तूफान! क्या हाल होगा?” वहीं, दूसरा यूजर बोला, “किसानों के लिए यह बारिश वरदान भी हो सकती है, बशर्ते तूफान नुकसान न करे।” यह चर्चा बताती है कि लोग इस बदलाव को लेकर उत्साहित भी हैं और चिंतित भी।

निष्कर्ष: तैयार रहें, सुरक्षित रहें

यूपी के इन 13 जिलों में आंधी-तूफान और बारिश का यह दौर भले ही कुछ दिनों का हो, लेकिन इसकी तैयारी पहले से करना जरूरी है। मौसम विभाग का यह अपडेट न सिर्फ जानकारी देता है, बल्कि हमें सावधान रहने की सलाह भी देता है। चाहे आप शहर में रहते हों या गांव में, इस मौसम का असर हर किसी पर पड़ेगा। तो मौसम का यह ताजा अपडेट ध्यान से पढ़ें, अपने परिवार और दोस्तों के साथ शेयर करें, और सुरक्षित रहें। मौसम बदलता रहेगा, लेकिन आपकी जागरूकता आपको हर मुश्किल से बचा सकती है।

5 Professional Q&As

  1. प्रश्न: यूपी के किन जिलों में बारिश की संभावना है?
    उत्तर: आईएमडी के अनुसार, मेरठ, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, बहराइच, श्रावस्ती, गोंडा और बलरामपुर में बारिश और आंधी-तूफान की संभावना है।

  2. प्रश्न: यह मौसमी बदलाव क्यों हो रहा है?
    उत्तर: मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ और बंगाल की खाड़ी से आने वाली नम पुरवइया हवाओं के मिलन से यह स्थिति बनी है, जिसके चलते बारिश और तूफान का अनुमान है।

  3. प्रश्न: इस मौसम का किसानों पर क्या असर होगा?
    उत्तर: यह बारिश रबी फसलों को नमी दे सकती है, लेकिन तेज तूफान और वज्रपात से फसलों को नुकसान का खतरा भी है। किसानों को जल निकासी की व्यवस्था करनी चाहिए।

  4. प्रश्न: लोगों को क्या सावधानी बरतनी चाहिए?
    उत्तर: तूफान और वज्रपात के दौरान घर से बाहर न निकलें, खुले मैदानों से दूर रहें और बिजली के उपकरणों का कम इस्तेमाल करें।

  5. प्रश्न: यह मौसम कब तक रहेगा?
    उत्तर: आईएमडी के मुताबिक, यह बदलाव अगले 24-48 घंटों तक प्रभावी रहेगा, जिसके बाद मौसम में कुछ राहत मिल सकती है।

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