Mirzapur News-मिर्जापुर के चुनार रेलवे स्टेशन पर बुधवार सुबह एक दिल दहला देने वाला हादसा हो गया। कालका-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन की चपेट में आने से 8 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। ये सभी यात्री कार्तिक पूर्णिमा के पवित्र स्नान के लिए मिर्जापुर पहुंचे थे। लेकिन किस्मत में कुछ और ही लिखा था। ट्रेन से उतरते ही गलत दिशा में चले गए और प्लेटफॉर्म क्रॉस करते समय तेज रफ्तार ट्रेन ने इन्हें कुचल लिया। ये हादसा इतना भयावह था कि पूरा स्टेशन सदमे में डूब गया। खबर फैलते ही हड़कंप मच गया और लोग दौड़-दौड़कर मौके पर पहुंचने लगे।
ये दर्दनाक घटना सुबह के व्यस्त समय में घटी, जब स्टेशन पर यात्रियों की भारी भीड़ उमड़ी हुई थी। कालका-हावड़ा एक्सप्रेस, जो हर रोज हजारों लोगों को अपनी मंजिल तक पहुंचाती है, इस बार मौत का पैगाम लेकर आई। सूत्रों के मुताबिक, मृतक सभी कार्तिक पूर्णिमा के मेले में स्नान करने के उत्साह में थे। ये धार्मिक यात्रा उनके लिए जीवन का सबसे बड़ा पर्व था, लेकिन एक छोटी सी भूल ने सब कुछ उजाड़ दिया। ट्रेन से उतरने के बाद वे गलत प्लेटफॉर्म की तरफ बढ़ गए। शायद जल्दबाजी या स्टेशन की भीड़भाड़ ने उन्हें भ्रमित कर दिया। तभी दूसरी तरफ से आ रही ट्रेन ने बिना रुके इन्हें अपनी चपेट में ले लिया। चीखें और चिल्लाहट से स्टेशन गूंज उठा।
हादसे की भयावह तस्वीरें: प्लेटफॉर्म पर बिखरा खून, दौड़ी बचाव टीमें
जैसे ही हादसे की खबर लगी, भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा। स्थानीय थाने की टीम, रेलवे पुलिस और एसएसआई के जवान तुरंत राहत-बचाव कार्य में जुट गए। घायलों को तुरंत नजदीकी अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन मृतकों की संख्या बढ़ती चली गई। स्टेशन पर माहौल कफन चढ़ा था। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। कोई अपना इंतजार कर रहा था, कोई बेटे की प्रतीक्षा में था। ये दृश्य देखकर किसी का भी कलेजा मुनहसिब हो जाए। डॉक्टरों ने बताया कि चोटें इतनी गंभीर थीं कि बचाव की कोई गुंजाइश ही नहीं बची। रेलवे ने तुरंत हेल्पलाइन नंबर जारी कर दिए और यात्रियों को वैकल्पिक ट्रेनों की जानकारी दी। लेकिन ये सब मृतकों के लिए क्या फायदा?
रेलवे प्रशासन ने इस हादसे को गंभीरता से लिया है। उच्च अधिकारियों ने तुरंत जांच के आदेश जारी कर दिए। एक विशेष टीम गठित की गई है, जो स्टेशन की सीसीटीवी फुटेज, ट्रेन की स्पीड और यात्रियों की गतिविधियों की पड़ताल करेगी। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि प्लेटफॉर्म पर साइनेज बोर्ड की कमी या यात्रियों की जागरूकता न होना हादसे का बड़ा कारण हो सकता है। रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि स्टेशन पर पहले से ही चेतावनी वाले बोर्ड लगे हैं, लेकिन व्यस्त समय में लोग अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं। अब जांच रिपोर्ट के आधार पर सुधार के कदम उठाए जाएंगे, जैसे ज्यादा साइन बोर्ड, वॉयस अलर्ट और प्लेटफॉर्म पर बैरिकेडिंग। ये हादसा रेल यात्रा की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर रहा है। क्या हमारे स्टेशन अभी भी पूरी तरह सुरक्षित हैं?
सीएम योगी का तुरंत संज्ञान, शोक संतप्त परिवारों को हर संभव मदद का ऐलान
इस हादसे की खबर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक पहुंची तो उन्होंने तुरंत संज्ञान लिया। एक बयान में सीएम ने मृतकों के शोकाकुल परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा कि ये घटना बेहद दुखद है और सरकार हर पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है। सीएम ने जिलाधिकारी और एसएसपी को निर्देश दिए कि घायलों का बेहतर इलाज सुनिश्चित करें और मृतकों के परिजनों को तुरंत अनुग्रह राशि प्रदान की जाए। योगी जी ने रेलवे अधिकारियों से भी बात की और हादसे के कारणों की गहन जांच की मांग की। उनका कहना था कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कोई कोताही बर्दाश्त नहीं होगी। उत्तर प्रदेश सरकार ने पहले भी रेल हादसों में त्वरित राहत पहुंचाई है, और इस बार भी वही परंपरा निभाई जा रही है।
कार्तिक पूर्णिमा स्नान: भक्ति का पर्व बना शोक का सबब, श्रद्धालु सतर्क रहें
कार्तिक पूर्णिमा का स्नान गंगा के घाटों पर लाखों श्रद्धालुओं के लिए सबसे बड़ा उत्सव होता है। मिर्जापुर जैसे पवित्र शहर में तो ये और भी खास है। लोग दूर-दूर से आते हैं, स्नान करके पापों का तर्पण करते हैं। लेकिन इस बार ये पर्व एक परिवारों के लिए काला दिवस बन गया। विशेषज्ञों का कहना है कि धार्मिक यात्राओं के दौरान स्टेशनों पर भीड़ बढ़ जाती है, जिससे दुर्घटनाएं होने का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। रेलवे ने यात्रियों से अपील की है कि प्लेटफॉर्म क्रॉस करते समय सावधानी बरतें, ट्रेन की दिशा का ध्यान रखें और चेतावनी संदेशों को गंभीरता से लें। सोशल मीडिया पर ये हादसा वायरल हो चुका है, जहां लोग सुरक्षा उपायों की मांग कर रहे हैं।
इस घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया है। 8 जिंदगियां, 8 परिवार, और अनगिनत सपने जो एक झटके में बिखर गए। क्या ये हादसा एक सबक बनेगा? रेलवे और सरकार को अब और सख्ती बरतनी होगी। यात्रियों को भी जागरूक रहना होगा। भगवान मृत आत्माओं को शांति दे और घायलों को जल्द स्वस्थ करें। ये प्रार्थना हर उस परिवार के लिए है जो आज आंसुओं में डूबा है।