दूल्हा ने दहेज के खिलाफ उठाया बड़ा कदम, सोशल मीडिया पर हो रही तारीफ

 जिला महेन्द्रगढ़ के गांव कौथल खुर्द के नत्थूराम की पुत्री सपना का रिश्ता बावल क्षेत्र के गांव धारण की ढाणी के मुकेश पहलवान के पुत्र सौरभ डागर के साथ हुआ है। गुरुवार को लग्न समारोह का आयोजन किया गया था।
 
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Photo Credit: jagruk youth news

Jagruk Youth News, रेवाड़ी : एक दूल्हे ने लग्न समारोह में मिले 11 लाख रुपये का दहेज लौटाकर मिशाल पेश की है। दूल्हे व उसके पिता ने जब यह दहेज सम्मान के साथ कन्या के पिता को वापिस किया तो उनकी आंखें भर आईं। दूल्हे ने दहेज में केवल एक रुपया लिया। 


 जिला महेन्द्रगढ़ के गांव कौथल खुर्द के नत्थूराम की पुत्री सपना का रिश्ता बावल क्षेत्र के गांव धारण की ढाणी के मुकेश पहलवान के पुत्र सौरभ डागर के साथ हुआ है। गुरुवार को लग्न समारोह का आयोजन किया गया था। जिसमें कन्या के पिता परिजनों के साथ समारोह में पहुंचे। समारोह शुरू होते ही सपना के पिता नत्थूराम ने 11.11 लाख रुपये दूल्हे की झोली में जैसे ही रखे तो दूल्हे ने इसे स्वीकार करने से मना कर दिया और कहा कि वह शगुन के तौर केवल एक रुपया स्वीकार करेगा। 


लड़की के पिता के खुशी से छलके आंसू

लडक़े के पिता मुकेश पहलवान ने भी अपने बेटे के इस पहल पर खुशी जताई। उन्होंने कहा कि दहेज बहुत बड़ा पाप है। बहुत से गरीब परिवारों को दहेज के कारण कर्ज लेना पड़ता है। उसका बेटा सौरभ मां भारती फाउंडेशन के नाम से एक एनजीओ चलाता है और इस संस्था के माध्यम से दहेज व अन्य सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ लोगों का जागरूक करता है। ऐसे में जो दहेज की खिलाफत करता हो, वह दहेज कैसे ले सकता है। उसके बेटे ने आज उसका सीना चौड़ा कर दिया है। जिस समय दहेज में मिले 11 लाख रुपये कन्या के पिता को लौटाये तो उसकी भी आंखें भर आईं। 


पिता नत्थूराम ने कहा कि उन्हें आज विश्वास हो गया है कि उसकी बेटी एक अच्छे कुल में जा रही है। इस बारे में जब सौरभ डागर से बात की गई तो उसने कहा कि वह एक सामाजिक एनजीओ चलाते हैं। जिसके माध्यम से दहेज न लेने के लिए लोगों को प्रेरित किया जाता है। उन्होंने कहा कि दहेज सबसे बड़ा अभिशाप है। हमें न तो दहेज लेना चाहिए और न ही देना चाहिए। उसने आज लग्न में मात्र एक रुपया लिया है।

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