जमानत पर जेल से बाहर आये प्रेमी ने प्रेमिका पर किया ताबड़तोड़ चाकू से हमला, ये थी वजह
Gorakhpur News: एक प्रेमी ने प्रेमिका पर जानलेवा हमला कर दिया। प्रेमिका के गले और पेट पर कई वार होने से गंभीर रूप से घायल हो गई । पुलिस ने प्रेमी के खिलाफ हत्या के प्रयास सहित कई गंभीर धाराओं में केस दर्ज कराया है। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।मामला गोरखपुर के शाहपुर इलाके का है। पुलिस के अनुसार एक किशोरी का लॉकडाउन के दौरान एल्यूमिनियम फैक्ट्री पर सब्जी की दुकान लगाने वाले राजू उर्फ किशन जायसवाल से अफेयर हो गया। वह उसकी दुकान पर रोजाना सब्जी लेने जाती थी। कुछ ही दिनों में दोनों के बीच मोबाइल पर बातचीत भी शुरू हो गई।
घरवालों ने बताया, मार्च 2022 में किशोरी को बहला- फुसलाकर भगा ले गया। गुजरात ले जाकर उसने किराए का कमरा लिया और काफी दिनों तक उसके साथ रेप किया। गुजरात में दोनों जिस मकान में रहते थे, वहां की मकान मालकिन ने फोन कर इसकी सूचना दी।इसके बाद किशन के खिलाफ बहला- फुसलाकर भगा ले जाने समेत पाक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज कराया। परिवार वालों की शिकायत के बाद किशोरी गुजरात की मकान मालकिन की मदद से घर वापस आ गई और प्रेमी को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
काफी दिन तक जेल में रहने के बाद किशन जमानत पर बाहर आया। जेल से बाहर आते ही उसने अपनी गर्लफ्रेंड पर दोबारा भागने का दबाव बनाना शुरू कर दिया। गुरुवार को रात 9 बजे के आस-पास किशन ने प्रेमिका को मिलने के लिए कृष्णा नगर कॉलोनी स्थित एक पार्क में बुलाया। वह उससे मिलने पहुंच गई। लेकिन जब लड़की ने दोबारा उसके साथ भागने से मना किया तो किशन नाराज हो गया।
इसके बाद प्रेमिका पर ताबड़तोड़ चाकुओं से वार कर दिया। गले और पेट पर कई जगह गंभीर चोटें आईं। शोर सुनकर आस-पास मौजूद लोग मौके पर पहुंचे तो किशन फरार हो गया। पास में रहने वाली उसकी कुछ सहेलियां भी वहां पहुंच गईं।
सहेलियों के समझाने के बाद वह घर वापस आई और परिवार के लोगों को घटना की जानकारी दी। शुक्रवार की सुबह परिवार संग किशोरी शाहपुर थाने पहुंची और पुलिस से इसकी लिखित शिकायत की। किशोरी की शिकायत पर पुलिस केस दर्ज कर आरोपी की तलाश कर रही है।
किशोरी के मुताबिक किशन ने उससे बदला लेने के लिए ऐसा किया है। वह 25 मार्च 2022 को उसे गुजरात भगाकर ले गया था। वहां हम लोगों ने जहां किराए का कमरा लिया था, उस घर की मकान मकान मालकिन ने मेरी मम्मी को फोन कर बताया, फिर मकान मालकिन ने ही मुझे वापस घर भेजा। करीब एक हफ्ते रहकर मैं वापस गोरखपुर आ गई। उस वक्त मैं 9वीं में पढ़ती थी। वापस आने के बाद घर वालों ने मेरी पढ़ाई भी छुड़ा दी।
इसके बाद मेरे घर वालों ने उसके उपर केस दर्ज कराया। मार्च ही ही वह जेल चला गया था। अभी एक हफ्ते पहले ही वह जेल से छूटकर जेल से बाहर आया है। आने के बाद उसने कल मुझे मिलने को बुलाया। मैं मिलने गई तो वहां मुझे दोबारा साथ भागने का दबाव दे रहा था।