मुरादाबाद स्टेशन पर पहुंची कई घंटें लेट ये ट्रेनें, जानें

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मयंक त्रिगुण, वरिष्ठ संवाददाता

मुरादाबाद। सर्दी का सितम अब रेल यात्रियों पर भी टूट पड़ा है। घने कोहरे की वजह से मंगलवार को मुरादाबाद रेलवे स्टेशन पर एक साथ दर्जनों ट्रेनें घंटों लेट हो गईं। कुछ ट्रेनें तो 10-15 घंटे तक देरी से पहुंचीं, जिससे प्लेटफॉर्म पर यात्रियों की भारी भीड़ जमा हो गई। ठंड में इंतज़ार करते-करते लोग परेशान हो गए।

क्या हुआ?

मंगलवार को मुरादाबाद मंडल से गुज़रने वाली 50 से ज्यादा ट्रेनें कोहरे की वजह से लेट हो गईं। इनमें दिल्ली, लखनऊ, देहरादून, अमृतसर, जम्मू, हावड़ा, गोरखपुर जाने वाली कई महत्वपूर्ण ट्रेनें शामिल थीं। सबसे ज्यादा देरी राजधानी, शताब्दी और दुरंतो जैसी प्रीमियम ट्रेनों में हुई। कुछ ट्रेनें तो 12 से 15 घंटे तक लेट चल रही थीं।

कब हुआ?

ये पूरी स्थिति मंगलवार सुबह से लेकर देर रात तक बनी रही। सुबह 5 बजे से ही ट्रेनें लेट होने का सिलसिला शुरू हो गया था। सबसे खराब हालत सुबह 6 से 11 बजे के बीच रही, जब विज़िबिलिटी सिर्फ 50-100 मीटर रह गई थी। रात में भी कोहरा कम नहीं हुआ, जिससे देरी और बढ़ती गई।

कहाँ हुआ?

ये हाल सिर्फ मुरादाबाद स्टेशन का नहीं था। पूरा उत्तर भारत – दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, बिहार और उत्तराखंड – कोहरे की चपेट में है। मुरादाबाद जंक्शन क्योंकि कई रूट्स का बड़ा जंक्शन है, इसलिए यहाँ सबसे ज्यादा ट्रेनें प्रभावित हुईं। अमृतसर, रामपुर, चंदौसी, गजरौला और हापुड़ रूट पर सबसे ज्यादा देरी देखी गई।

किसको प्रभावित किया?

हज़ारों यात्री इस कोहरे की मार झेल रहे हैं।

  • जिनके पास कन्फर्म टिकट थे, वो भी प्लेटफॉर्म पर ठिठुरते रहे
  • जनरल डिब्बों में सफर करने वाले लोग सबसे ज्यादा परेशान
  • बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं सबसे ज्यादा तकलीफ में दिखे
  • कई लोग जो शादी-विवाह या नौकरी के इंटरव्यू के लिए जा रहे थे, उनकी टेंशन बढ़ गई

क्यों हो रही है इतनी देरी?

रेलवे अधिकारियों के मुताबिक उत्तर भारत में पिछले तीन दिन से घना कोहरा छाया हुआ है। विज़िबिलिटी 100 मीटर से भी कम हो जा रही है। ऐसे में सुरक्षा के लिए ट्रेनों की रफ्तार 20-30 किमी प्रति घंटा तक कर दी गई है। कई जगहों पर सिग्नल दिखाई ही नहीं दे रहा, इसलिए ट्रेनें रुक-रुक कर चल रही हैं।

कैसे संभाल रहा है रेलवे स्थिति को?

रेलवे ने कोशिश तो बहुत की, लेकिन कोहरे के आगे सब बेबस हैं:

  • हर ट्रेन के साथ फॉग सेफ्टी डिवाइस लगाए गए हैं
  • स्टेशनों पर अतिरिक्त स्टाफ तैनात किया गया है
  • यात्रियों को लगातार अनाउंसमेंट से अपडेट दिया जा रहा है
  • कुछ ट्रेनों को रास्ते में ही घंटों रोका गया ताकि आगे की लाइन खाली हो फिर भी हालात पूरी तरह काबू में नहीं आ पा रहे।

यात्रियों का गुस्सा और परेशानी

प्लेटफॉर्म पर एक यात्री ने गुस्से में कहा, “मेरी ट्रेन सुबह 7 बजे की थी, अभी रात 9 बज गए, ट्रेन आई ही नहीं। न खाने का ठिकाना, न बैठने की जगह।” एक महिला यात्री ने बताया, “मेरा बच्चा बीमार है, दवा का टाइम हो गया, लेकिन ट्रेन का कोई अता-पता नहीं।”

आने वाले दिनों में और बिगड़ सकते हैं हालात

मौसम विभाग ने अगले 4-5 दिन तक घने कोहरे की चेतावनी दी है। इसका मतलब ये कि ट्रेनों की लेटलतीफी और बढ़ सकती है। रेलवे ने यात्रियों से अपील की है कि अगर बहुत ज़रूरी न हो तो अभी यात्रा टाल दें या कम से कम 8-10 घंटे अतिरिक्त समय रखकर निकलें।

फिलहाल मुरादाबाद स्टेशन पर हर प्लेटफॉर्म पर ठंड से बचने के लिए अलाव जलाए गए हैं, लेकिन यात्रियों की संख्या इतनी ज्यादा है कि सबकी मदद मुश्किल हो रही है।