मुरादाबाद में गुरु तेग बहादुर और 4 साहिबजादों का भव्य स्मारक बनकर तैयार, 26 दिसंबर को होगा लोकार्पण

ताजा खबरों का अपडेट लेने के लिये ग्रुप को ज्वाइन करें Join Now

मयंक त्रिगुण, वरिष्ठ संवाददाता 

मुरादाबाद –शहर इन दिनों एक खास खुशी के माहौल में डूबा हुआ है। नगर निगम ने सिख कौम के सबसे बड़े शहीद गुरु तेग बहादुर जी और उनके चार साहिबजादों की याद में एक शानदार और भव्य स्मारक बनाने का ऐतिहासिक फैसला लिया है। यह स्मारक सिर्फ एक इमारत नहीं, बल्कि बलिदान और शहादत की अनमोल कहानी को हमेशा जिंदा रखने वाला प्रतीक बनेगा।

सिख धर्म के महान शहीदों को सलाम

नगर निगम मुरादाबाद ने तय किया है कि शहर में बनने वाला यह विशाल स्मारक पूरी तरह से गुरु तेग बहादुर जी और चार साहिबजादों – ज़ोरावर सिंह, जुझार सिंह, फतेह सिंह और सबसे छोटे अजित सिंह को समर्पित होगा। इन पांच महान शख्सियतों ने धर्म की रक्षा के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए थे। अब मुरादाबाद की जनता भी इनके सामने नतमस्तक हो सकेगी।

नगर आयुक्त दिव्यांशु पटेल ने बताया कि यह स्मारक दस सिख गुरुओं और चार साहिबजादों के नाम से जाना जाएगा। उन्होंने कहा, “यह हमारी ओर से सिख इतिहास के उन महान योद्धाओं को सच्ची श्रद्धांजलि होगी जिन्होंने कभी अन्याय के सामने झुकना स्वीकार नहीं किया।”

26 दिसंबर को होगा भव्य लोकार्पण

सबसे खास बात यह है कि स्मारक का उद्घाटन 26 दिसंबर को ही किया जाएगा। जी हां, यही वह तारीख है जब पूरा सिख समाज गुरु तेग बहादुर जी का शहीदी दिवस बड़ी श्रद्धा के साथ मनाता है। नगर आयुक्त ने भरोसा दिलाया है कि 26 दिसंबर से पहले ही स्मारक का सारा काम पूरा कर लिया जाएगा, ताकि ठीक उसी दिन शहरवासी इसे देख सकें और श्रद्धासुमन अर्पित कर सकें।

दिव्यांशु पटेल ने कहा, “हम चाहते हैं कि इस पवित्र दिन पर ही स्मारक को जनता को सौंप दिया जाए। यह स्मारक आने वाली पीढ़ियों को भी गुरु साहब और साहिबजादों के त्याग और बलिदान की कहानी सुनाता रहेगा।”

मुरादाबाद का गौरव बढ़ाएगा स्मारक

शहर में बन रहा यह स्मारक सिर्फ धार्मिक महत्व का नहीं होगा, बल्कि मुरादाबाद की पहचान को भी नई ऊंचाई देगा। चारों तरफ हरियाली, खूबसूरत डिजाइन और भव्यता से भरपूर यह स्मारक जल्द ही शहर का नया लैंडमार्क बन जाएगा। लोग दूर-दूर से यहां आएंगे, फोटो खिंचवाएंगे और गुरु साहब के बलिदान को याद करेंगे।

नगर निगम का कहना है कि इस स्मारक के जरिए सिख धर्म के साथ-साथ सभी धर्मों के बीच भाईचारा और एकता का संदेश भी दिया जाएगा। गुरु तेग बहादुर जी ने तो हिंदू धर्म की रक्षा के लिए ही अपना सर्वस्व कुर्बान कर दिया था। उनकी यह कुर्बानी आज भी हर भारतीय को एकजुट होने की प्रेरणा देती है।

जनता में खुशी की लहर

जैसे ही यह खबर शहर में फैली, सिख समाज के साथ-साथ हर धर्म के लोग खुशी से झूम उठे। सोशल मीडिया पर लोग लिख रहे हैं – “वाहेगुरु जी का खालसा, वाहेगुरु जी की फतेह!” कई लोगों ने नगर निगम और प्रशासन को धन्यवाद कहा है कि इतना शानदार कदम उठाया।

एक स्थानीय निवासी ने कहा, “हमारे शहर में ऐसा स्मारक बनेगा, ये हमारे लिए बहुत गर्व की बात है। 26 दिसंबर को पूरा परिवार वहां जाएगा और माथा टेकेगा।”

तो दोस्तों, बस कुछ ही दिन बाकी हैं। 26 दिसंबर को मुरादाबाद में इतिहास रचा जाएगा। गुरु तेग बहादुर और चार साहिबजादों का यह भव्य स्मारक हर आने वाले को याद दिलाएगा कि धर्म और सत्य के लिए जान भी दी जा सकती है।