रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पूरे देश में जश्न,लोग राम-नाम में डूबे

अयोध्या धाम में आज राम लला अपने भव्य मंदिर में विराजमान हुए हैं। इस पावन अवसर पर सभी देशवासियों से मेरा आग्रह है कि रामज्योति प्रज्वलित कर अपने घरों में भी उनका स्वागत करें। दीयों की रोशनी इस बात का प्रतीक है कि कैसे लोगों ने भगवान राम की उनके जन्मस्थान पर वापसी का भारी उत्साह के साथ स्वागत किया।
 
pm modi

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पूरे देश में जश्न का माहौल है। लोग राम-नाम में डूबे हुए हैं।

मंदिरों में भजन-कीर्तन हो रहे हैं तो सड़कों पर दिन में शोभा यात्रा भी निकाली गई।

इस पावन अवसर पर सभी देशवासियों से मेरा आग्रह है कि रामज्योति प्रज्वलित कर अपने घरों में भी उनका स्वागत करें।

अयोध्या: रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पूरे देश में जश्न का माहौल है। लोग राम-नाम में डूबे हुए हैं। मंदिरों में भजन-कीर्तन हो रहे हैं तो सड़कों पर दिन में शोभा यात्रा भी निकाली गई। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा है कि  अयोध्या धाम में आज राम लला अपने भव्य मंदिर में विराजमान हुए हैं। इस पावन अवसर पर सभी देशवासियों से मेरा आग्रह है कि रामज्योति प्रज्वलित कर अपने घरों में भी उनका स्वागत करें। दीयों की रोशनी इस बात का प्रतीक है कि कैसे लोगों ने भगवान राम की उनके जन्मस्थान पर वापसी का भारी उत्साह के साथ स्वागत किया।


पीएम मोदी भी अपने घर पर जलाएंगे दीप


मिली जानकारी के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज रात अपने दिल्ली स्थित घर पर दिवाली मनाएंगे। इससे पहले आज वह अयोध्या में नए राम लला मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा में शामिल हुए। पीएम मोदी ने अयोध्या मंदिर के परिसर में पौराणिक पक्षी जटायु की एक मूर्ति का भी अनावरण किया, जिसे राक्षस राजा से देवी सीता को बचाने की कोशिश करते समय रावण ने मार डाला था। राम मंदिर का निर्माण कर रहे श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा राम जन्मभूमि परिसर में कुबेर टीला पर स्थित प्राचीन शिव मंदिर का भी जीर्णोद्धार किया जा रहा है।

मुख्य द्वार पूर्व दिशा की तरफ है


बता दें कि सोमवार को राम लला की प्राण प्रतिष्ठा की गई। इस मौके पर सीएम योगी, पीएम मोदी, आरएसएस चीफ मोहन भागवत समेत कई नेता, अभिनेता, साधु-संत और खिलाड़ी मौजूद रहे। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि राम मंदिर का मुख्य प्रवेश द्वार पूर्वी दिशा में स्थित है, जहां सिंह द्वार के माध्यम से 32 सीढ़ियां चढ़कर पहुंचा जा सकता है। मंदिर में कुल पांच मंडप हैं - नृत्य मंडप, रंग मंडप, सभा मंडप, प्रार्थना मंडप और कीर्तन मंडप। 

From Around the web