मयंक त्रिगुण, वरिष्ठ संवाददाता
छत्तीसगढ़ : बिलासपुर में मंगलवार दोपहर एक दिल दहला देने वाला रेल हादसा हो गया। एक MEMU पैसेंजर ट्रेन का कोच अचानक मालगाड़ी से जोरदार टकरा गया। ये हादसा बिलासपुर स्टेशन के पास, जयरामनगर के आसपास शाम करीब 4 बजे हुआ। शुरुआती खबरों के मुताबिक, इस भयानक टक्कर में 6 यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 1 दर्जन से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे की तस्वीरें देखकर रूह कांप जाती है – पैसेंजर ट्रेन का इंजन मालगाड़ी के ऊपर चढ़ गया, और कई कोच पटरी से उतर गए। यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई, सब भागते-भागते जान बचाने की कोशिश करने लगे।
ये हादसा गेवरा रोड से बिलासपुर आ रही MEMU लोकल ट्रेन नंबर 68733 के साथ हुआ। ट्रेन जैसे ही लालखदान इलाके के पास पहुंची, अचानक मालगाड़ी से जोरदार धक्का लगा। चीख-पुकार मच गई। आंखों देखा हाल बताने वाले एक यात्री ने कहा, “एक जोरदार आवाज आई, जैसे आसमान फट गया हो। सब कुछ हिल गया, लोग इधर-उधर लुढ़कने लगे।” हादसे में ज्यादातर यात्री आम लोग थे, जो रोजमर्रा के सफर पर थे। अब सवाल उठ रहा है कि आखिर ये सब कैसे हुआ? क्या सिग्नल सिस्टम में खराबी थी, या ड्राइवर को चेतावनी नहीं मिली? रेलवे की ओर से अभी साफ जवाब नहीं आया है, लेकिन जांच तेज हो गई है।
राहत कार्यों में जुटी रेलवे टीमें, घायलों को अस्पताल पहुंचाया
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे (SECR) ने हादसे की खबर मिलते ही फौरन राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिए। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि मौके पर NDRF की टीम, मेडिकल वैन और क्रेन तैनात कर दी गई। घायलों को तुरंत बिलासपुर के सदर अस्पताल और नजदीकी मेडिकल कॉलेज ले जाया गया। डॉक्टरों का कहना है कि कुछ लोगों की हालत नाजुक है, उन्हें ICU में रखा गया है। रेलवे ने हेल्पलाइन नंबर भी जारी कर दिए – 139 या SECR कंट्रोल रूम 07752-270101। एक अधिकारी ने बताया, “हमने सभी जरूरी संसाधन लगा दिए हैं। ट्रैक क्लियर करने का काम चल रहा है।” लेकिन ये सब इतना आसान नहीं था। मलबा साफ करने में घंटों लग गए, और आसपास के लोग भी मदद के लिए दौड़े।
जांच टीम गठित, तकनीकी खामियों पर लगी नजर
रेलवे ने हादसे के कारणों की गहराई से जांच के लिए एक उच्च स्तरीय टीम गठित कर दी है। तकनीकी विशेषज्ञ मौके पर पहुंच चुके हैं और सिग्नल, ट्रैक और ट्रेन के ब्रेक सिस्टम की पड़ताल कर रहे हैं। प्रारंभिक रिपोर्ट में संकेत मिले हैं कि शायद सिग्नल फेलियर या गलत सिग्नलिंग की वजह से ये टक्कर हुई। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “हम हर पहलू की जांच करेंगे। कोई लापरवाही हुई तो सख्त कार्रवाई होगी।” ये जांच रिपोर्ट आने में कुछ दिन लग सकते हैं, लेकिन तब तक रेलवे सेफ्टी पर सवाल खड़े हो चुके हैं। याद कीजिए, हाल ही में कई रेल हादसे हुए हैं, जो सिस्टम की कमजोरियों को उजागर करते हैं। बिलासपुर जैसे व्यस्त रूट पर ये हादसा यात्रियों के लिए बड़ा झटका है।
रेल यातायात ठप, कई ट्रेनें रद्द या डायवर्ट
हादसे की वजह से बिलासपुर-कटनी सेक्शन पर रेल यातायात पूरी तरह ठप हो गया। स्टेशन के आसपास अफरा-तफरी का माहौल था। कई पैसेंजर ट्रेनें रद्द कर दी गईं, तो कुछ को डायवर्ट करना पड़ा। हावड़ा रूट पर असर पड़ा, जिससे सैकड़ों यात्री फंस गए। रेलवे ने कहा, “स्थिति को जल्द सामान्य करने की कोशिश की जा रही है। यात्रियों से अपील है कि IRCTC ऐप या स्टेशन पर अपडेट चेक करें।” एक बुजुर्ग यात्री ने बताया, “हम घंटों से प्लेटफॉर्म पर खड़े हैं। कब ट्रेन चलेगी, पता नहीं।” ये हादसा न सिर्फ जानलेवा था, बल्कि पूरे नेटवर्क को हिला दिया। अब रेलवे को दोबारा सोचना होगा कि सेफ्टी में और क्या सुधार हो।
परिवारों का दर्द, मुआवजे की मांग
हादसे में मरने वालों के परिवार टूट चुके हैं। बिलासपुर और आसपास के गांवों से लोग अस्पताल पहुंच रहे हैं। एक मां ने रोते हुए कहा, “मेरा बेटा नौकरी के लिए जा रहा था, अब वो…” रेलवे ने मृतकों के परिवार को 10 लाख रुपये का मुआवजा और घायलों को 2 लाख देने का ऐलान किया है। लेकिन पैसे से क्या होता है? ये सवाल हर कोई पूछ रहा है। स्थानीय विधायक और मंत्री भी मौके पर पहुंचे, उन्होंने पीड़ित परिवारों से मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर शोक जताया और जांच के आदेश दिए। लेकिन असली सवाल ये है कि ऐसे हादसे क्यों बार-बार हो रहे हैं? रेलवे को अब कड़े कदम उठाने होंगे, वरना यात्रियों का भरोसा टूट जाएगा।
रेलवे सेफ्टी पर सवाल, क्या होगा आगे?
ये हादसा रेलवे की सेफ्टी व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा कर रहा है। MEMU ट्रेनें लोकल रूट पर चलती हैं, जहां भीड़ ज्यादा होती है। सिग्नलिंग सिस्टम को अपग्रेड करने की जरूरत है। विशेषज्ञों का कहना है कि ऑटोमेटिक ब्रेकिंग सिस्टम (KAVACH) जैसी तकनीक हर रूट पर लगानी चाहिए। हादसे के बाद सोशल मीडिया पर #RailSafetyNow ट्रेंड कर रहा है। लोग फोटोज शेयर कर रहे हैं, जहां पैसेंजर कोच मालगाड़ी पर चढ़ा दिख रहा है। ये तस्वीरें दिल दहला देती हैं। लेकिन उम्मीद है कि इस हादसे से सबक लिया जाएगा। यात्रियों से अपील है कि ट्रेन में रहें सतर्क, और रेलवे से मांग करें कि सेफ्टी पहले हो।
अभी तक की जानकारी यहीं तक है। अपडेट्स के लिए बने रहें। बिलासपुर हादसा हमें याद दिलाता है कि जिंदगी कितनी नाजुक है। ईश्वर मृतकों को शांति दे, और घायलों को जल्द स्वस्थ करे।