मुरादाबाद। ग्रामीण इलाकों के लोगों के लिए बड़ी राहत की खबर! पुलिस अधीक्षक ग्रामीण कुंवर आकाश सिंह ने शुक्रवार को अपने कार्यालय में जनसुनवाई का आयोजन किया। इस दौरान कई फरियादियों ने अपनी-अपनी शिकायतें और समस्याएं रखीं। एसपी साहब ने सभी की बातें ध्यान से सुनीं और तुरंत कार्रवाई के लिए अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए। उनका साफ कहना था कि शिकायतों का निपटारा जल्दी, निष्पक्ष और अच्छी क्वालिटी के साथ होना चाहिए।
कौन सुना रहा है फरियादियों की पुकार?
जनसुनवाई में खुद एसपी ग्रामीण कुंवर आकाश सिंह मौजूद थे। वे ग्रामीण क्षेत्रों की पुलिसिंग के लिए जिम्मेदार हैं और लोगों की समस्याओं को सीधे सुनकर हल कराने में विश्वास रखते हैं। फरियादियों में ज्यादातर ग्रामीण इलाकों के लोग थे, जो जमीन विवाद, परिवारिक झगड़ों, पुलिस कार्रवाई में देरी या अन्य छोटी-बड़ी शिकायतें लेकर आए थे। एसपी ने सभी को धैर्य से सुना और संबंधित थाना प्रभारियों या अधिकारियों को तुरंत निर्देश दिए कि मामले का जल्द से जल्द समाधान करें।
क्या हुआ जनसुनवाई में?
इस जनसुनवाई में कई शिकायतें आईं, जिनमें थानों में लंबित मामले, पुलिस की उदासीनता और कुछ स्थानीय विवाद शामिल थे। एसपी ने सभी प्राप्त शिकायतों पर गंभीरता दिखाई और कहा कि हर मामले की गुणवत्तापूर्ण जांच होनी चाहिए। उन्होंने जोर देकर कहा कि पीड़ितों को बार-बार चक्कर नहीं लगाने पड़ें, इसलिए कार्रवाई तेज और सही हो। कई फरियादियों को मौके पर ही राहत का आश्वासन मिला, जिससे वे खुश नजर आए।
कब और कहां हुई ये जनसुनवाई?
ये पूरी घटना शुक्रवार को हुई, जब एसपी ग्रामीण कुंवर आकाश सिंह ने पुलिस कार्यालय में जनसुनवाई का कार्यक्रम रखा था। मुरादाबाद के ग्रामीण क्षेत्र के लोग सुबह से ही कार्यालय पहुंचने लगे थे। जनसुनवाई दिन भर चली और कई लोगों की समस्याओं पर तुरंत एक्शन लिया गया।
कहां की है ये पहल?
ये सब मुरादाबाद जिले के ग्रामीण इलाकों से जुड़ा है। एसपी ग्रामीण का कार्यालय यहीं स्थित है, जहां से पूरे रूरल एरिया की पुलिसिंग संभाली जाती है। जनसुनवाई भी इसी कार्यालय में आयोजित की गई, ताकि दूर-दराज के गांवों के लोग आसानी से पहुंच सकें।
क्यों जरूरी है थाने पर ही समाधान?
एसपी कुंवर आकाश सिंह ने साफ कहा कि ज्यादातर मामले थाना स्तर पर ही सुलझाए जा सकते हैं। इसलिए उन्होंने सभी थाना प्रभारियों को निर्देश दिए कि जिन शिकायतों का निपटारा थाने पर संभव है, उसे वहीं समय पर और प्राथमिकता से करें। इससे पीड़ितों को पुलिस कार्यालय के बार-बार चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। उनका मकसद है कि ग्रामीण लोगों को तुरंत न्याय मिले और पुलिस पर भरोसा बढ़े। कई फरियादी ऐसे थे जो महीनों से थानों के चक्कर काट रहे थे, अब उन्हें उम्मीद है कि उनकी समस्या जल्द हल हो जाएगी।
कैसे बनेंगी जनसुनवाई और महिला हेल्पडेस्क ज्यादा प्रभावी?
एसपी ने जनसुनवाई को और मजबूत बनाने पर खास जोर दिया। साथ ही महिला हेल्पडेस्क को भी ज्यादा एक्टिव करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि महिलाओं और पीड़ितों को फौरन राहत मिलनी चाहिए। पुलिस की संवेदनशीलता बढ़ाने के लिए हर शिकायत पर गंभीर कार्रवाई हो। महिला हेल्पडेस्क पर आने वाली शिकायतों को प्राथमिकता दी जाए, ताकि महिलाएं बिना डरे अपनी बात रख सकें। एसपी का कहना है कि पुलिस की जवाबदेही बढ़ेगी तो लोगों का विश्वास और मजबूत होगा।
इस जनसुनवाई से ग्रामीण इलाकों में पुलिस की छवि और बेहतर हुई है। लोग कह रहे हैं कि एसपी साहब जैसे अफसरों से उम्मीद जगती है कि उनकी समस्याएं सच में सुनी और सुलझाई जाएंगी। अगर सभी थाने इसी तरह काम करें तो ग्रामीणों को कितनी आसानी हो जाएगी। पुलिस अब लोगों के ближе आ रही है, और ये बदलाव सबको पसंद आ रहा है।
फरियादियों की भीड़ देखकर साफ था कि लोग पुलिस पर भरोसा करने लगे हैं। कई लोग तो एसपी को धन्यवाद कहकर गए। आने वाले दिनों में ऐसी जनसुनवाई और नियमित होंगी, ताकि कोई शिकायत लंबित न रहे। मुरादाबाद ग्रामीण पुलिस की ये पहल वाकई काबिले-तारीफ है!
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