मयंक त्रिगुण, वरिष्ठ संवाददाता
UP News :बदायूं/उझानी: उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में बरेली-मथुरा हाईवे पर मंगलवार देर रात एक भीषण सड़क हादसा हुआ, जिसमें एक इंडो-तिब्बत बॉर्डर पुलिस (ITBP) के जवान सहित दो यात्रियों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि 10 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। यह दुर्घटना तब हुई जब आगरा डिपो की एक तेज रफ़्तार रोडवेज बस सड़क के किनारे खड़े एक ट्रक में पीछे से जा घुसी।
मिली जानकारी के अनुसार, यह हादसा मंगलवार देर रात करीब 12:30 बजे उझानी कोतवाली क्षेत्र के अल्लीपुर मढैया तिराहे के समीप हुआ। आगरा डिपो की यह बस आगरा से हल्द्वानी की ओर जा रही थी और इसमें 45 से अधिक यात्री सवार थे। बस जैसे ही उक्त तिराहे के पास पहुंची, चालक नियंत्रण खो बैठा और सड़क किनारे खड़े एक ट्रक में पूरी रफ़्तार से टकरा गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि बस के अगले हिस्से के परखच्चे उड़ गए और यात्रियों में चीख-पुकार मच गई।
हादसे में ITBP जवान समेत दो की मौत
इस भीषण टक्कर में बस में सवार दो यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई। मृतकों में एक भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) के जवान शामिल हैं। इनकी पहचान और दूसरा मृतक कौन है, इसकी आधिकारिक पुष्टि की जा रही है। हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय लोग और राहगीर तुरंत मौके पर पहुंचे। उन्होंने मानवीयता का परिचय देते हुए, बिना किसी देरी के राहत और बचाव कार्य शुरू किया।
राहगीरों ने घायलों को अपनी गोद में उठाकर और निजी वाहनों की मदद से नजदीकी उझानी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CSC) तक पहुंचाया। इस दौरान कई स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस को भी घटना की जानकारी दी।
10 यात्री गंभीर रूप से घायल, मेडिकल कॉलेज रेफर
हादसे में बस कंडक्टर सहित 10 से अधिक यात्री गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने तत्काल घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए राजकीय मेडिकल कॉलेज बदायूं रेफर कर दिया। पुलिस ने दोनों मृतकों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और उनके परिजनों को सूचित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
राहगीरों ने पेश की इंसानियत की मिसाल
इस दर्दनाक हादसे के बाद राहगीरों और स्थानीय लोगों ने जिस तत्परता से घायलों को बचाने का काम किया, वह काबिले तारीफ है। उन्होंने पुलिस के आने का इंतज़ार किए बिना ही घायलों को निकालने और अस्पताल पहुंचाने का काम शुरू कर दिया, जिससे कई लोगों की जान बचाई जा सकी। स्थानीय लोगों ने बताया कि टक्कर इतनी तेज़ थी कि बस का अगला हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था और यात्रियों को निकालने में काफी मशक्कत करनी पड़ी।
लापरवाही या नींद की झपकी?
पुलिस प्रथम दृष्टया हादसे का कारण तेज रफ्तार और लापरवाही मान रही है। देर रात होने के कारण यह आशंका भी जताई जा रही है कि बस चालक को नींद की झपकी आ गई होगी, जिसके कारण वह सड़क किनारे खड़े ट्रक को देख नहीं पाया। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और दुर्घटना के सही कारणों की जांच शुरू कर दी है।
रोडवेज बस में सवार यात्रियों में मची चीख-पुकार और अपनों को खोने के दुःख ने हाईवे पर देर रात एक गमगीन माहौल बना दिया। यह दुर्घटना एक बार फिर रात के समय हाइवे पर खड़े होने वाले वाहनों की सुरक्षा और सार्वजनिक परिवहन के चालकों की सतर्कता पर गंभीर सवाल खड़े करती है। प्रशासन ने इस घटना की मज़िस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं।