Jagruk Youth News, Meerut News । मुस्कान और साहिल को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने दोनों को जेल भेज दिया। खबरों के मुताबिक, जेल में मुस्कान की पहली रात बेहद मुश्किल भरी थी। वो बार-बार रो रही थी और उसने खाना भी नहीं खाया।
शायद उसे अपने किए पर पछतावा हो रहा था, या फिर वो इस बात से डरी हुई थी कि अब उसका भविष्य क्या होगा। दूसरी ओर, साहिल के बारे में ज्यादा जानकारी सामने नहीं आई है, लेकिन पुलिस का कहना है कि दोनों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है। इस घटना ने समाज में कई सवाल खड़े कर दिए हैंकृरिश्तों पर भरोसा कैसे करें? क्या प्यार और नफरत की सीमा इतनी पतली होती है?
मुस्कान का होंगे मेडिकल टेस्ट
मुस्कान और साहिल के जेल प्रशासन जरूरी मेडिकल टेस्ट भी करायेंगे। दैनिक भास्कर को जेल अधिकारी ने दिये साक्षात्कर में बताया किया जेल प्रशासन जरूरी मेडिकल टेस्ट कराता है। एक सवाल के जबाव में उन्होंने कहा कि मुस्कान का प्रेग्नेंसी टेस्ट करवाएंगे। जो अन्य मेडिकल टेस्ट का एक हिस्सा है। अगर प्रेग्नेंसी पॉजिटेव आता है तो उसको उसी के तैरह की बैरक में रखा जायेंगा।
सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा
सौरभ राजपूत हत्याकांड के बाद सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रियाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। कोई मुस्कान को “क्रूर” बता रहा है, तो कोई इस घटना को “आधुनिक समाज की सच्चाई” करार दे रहा है। वायरल वीडियो ने इस चर्चा को और हवा दी है। लोग लिख रहे हैं, “ये वही मुस्कान है जो सौरभ के साथ डांस कर रही थी, और फिर उसी के टुकड़े कर दिए।” इस घटना ने रिश्तों की नाजुकता को एक बार फिर सामने ला दिया है। कई यूजर्स ने सवाल उठाया कि क्या सौरभ को पहले से कोई शक था, या वो पूरी तरह बेखबर था।
पुलिस जांच और आगे की कार्रवाई
मेरठ पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है। शुरुआती पूछताछ में पता चला कि मुस्कान और साहिल का रिश्ता काफी समय से चल रहा था। सौरभ को इसकी भनक पड़ने पर दोनों ने उसे रास्ते से हटाने का फैसला किया। पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या इस साजिश में कोई तीसरा शख्स भी शामिल था। साथ ही, शव के टुकड़ों को ठिकाने लगाने में इस्तेमाल हुए औजारों की जांच भी जारी है। कोर्ट में जल्द ही इस मामले की सुनवाई शुरू होगी, और लोगों को उम्मीद है कि सौरभ को इंसाफ मिलेगा।
समाज पर प्रभाव और सबक
यह घटना सिर्फ एक हत्याकांड नहीं, बल्कि हमारे समाज का आईना है। रिश्तों में विश्वास, प्यार और ईमानदारी की कमी आज कई परिवारों को तोड़ रही है। सौरभ और मुस्कान की कहानी हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि क्या हम अपने आसपास के लोगों को सचमुच समझते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसी घटनाएं मानसिक स्वास्थ्य और संवाद की कमी को भी दर्शाती हैं। अगर सौरभ और मुस्कान के बीच खुलकर बातचीत होती, तो शायद यह नौबत न आती। यह घटना हर किसी के लिए एक सबक है कि रिश्तों को मजबूत बनाने के लिए समय और ध्यान देना जरूरी है।